4-5 अक्टूबर को देश-विदेश के विशेषज्ञ करेंगे हृदय रोग की रोकथाम पर मंथन
इंदौर। भारत में बढ़ते हृदय रोगों की समस्या को देखते हुए कार्डियोलॉजिकल सोसायटी ऑफ इंडिया (CSI) के इंदौर चैप्टर द्वारा 6वां कार्डियो प्रीवेंट नेशनल कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया जा रहा है। यह महत्वपूर्ण सम्मेलन 4 और 5 अक्टूबर 2025 को इंदौर में होगा, जिसका मुख्य विषय “रोड टू द हेल्दी हार्ट” रखा गया है।
चिंताजनक आंकड़े: युवाओं में बढ़ रहे हार्ट अटैक के मामले
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में प्रतिवर्ष लगभग 28% मौतें हृदय रोगों के कारण होती हैं। विशेष चिंता की बात यह है कि हाल के वर्षों में 30 से 40 वर्षीय युवाओं में हार्ट अटैक के मामलों में तेजी से वृद्धि हुई है। इसी गंभीर स्थिति को देखते हुए यह राष्ट्रीय सम्मेलन आयोजित किया जा रहा है।
कॉन्फ्रेंस के साइंटिफिक चेयरमैन डॉ. ए.के. पंचोलिया ने बताया, “भारत में हृदय रोग अब केवल शहरी समस्या नहीं रह गया है, बल्कि छोटे कस्बों और गांवों तक फैल चुका है। इस कॉन्फ्रेंस का उद्देश्य डॉक्टरों और आम जनता को यह संदेश देना है कि रोकथाम ही सबसे प्रभावी इलाज है।”
जनता के लिए आयोजित इस विशेष कार्यक्रम में भाग लेने के लिए निःशुल्क रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है।
कॉन्फ्रेंस के चेयरमैन डॉ. विद्युत जैन का कहना है, “यह आयोजन केवल डॉक्टरों तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि आम नागरिकों के लिए भी महत्वपूर्ण संदेश देगा कि संतुलित जीवनशैली, समय पर जांच और जागरूकता ही हृदय रोगों से बचाव का सबसे प्रभावी तरीका है।”
व्यापक कार्यक्रम और विषय
सम्मेलन के दौरान कई वैज्ञानिक सत्र और इंटरैक्टिव वर्कशॉप आयोजित होंगे, जिनमें निम्नलिखित महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी:
- हाइपरटेंशन की रोकथाम और उपचार
- मोटापे के खिलाफ प्रभावी रणनीति
- डायबिटीज और हृदय स्वास्थ्य
- कार्डियक इमेजिंग की नवीन तकनीकें
- वरिष्ठ नागरिकों के लिए हार्ट केयर गाइडलाइन्स
- लाइफस्टाइल डिजीज की रोकथाम
जनता के लिए विशेष कार्यक्रम
ऑर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डॉ. राकेश जैन ने बताया कि आम जनता की भागीदारी को ध्यान में रखते हुए 5 अक्टूबर 2025 रविवार को सुबह “आपके सवाल हमारे जवाब” विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया है। इसमें देश-विदेश से आए कार्डियोलॉजिस्ट जनता के हृदय रोग संबंधित प्रश्नों के उत्तर देंगे।
भविष्य की दिशा
यह सम्मेलन न केवल चिकित्सा जगत के लिए बल्कि आम जनता के लिए भी हृदय स्वास्थ्य की दिशा में जागरूकता फैलाने का महत्वपूर्ण प्लेटफॉर्म साबित होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के आयोजन हृदय रोगों की बढ़ती समस्या से निपटने में कारगर साबित होंगे।
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