पंढरीनाथ थाना पुलिस ने 100 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की जमीनों की फर्जी रजिस्ट्री करने वाले एक संगठित गिरोह के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। यह कार्रवाई कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा गठित पांच सदस्यीय जांच समिति की रिपोर्ट के आधार पर की गई, जिसमें प्रभावशाली लोगों की संलिप्तता का भी उल्लेख है।
समिति की जांच में उषानगर, न्याय विभाग कर्मचारी संस्था और देवी अहिल्या एजुकेशन ट्रस्ट सहित कई प्रमुख स्थानों की जमीनों में फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ। रिपोर्ट में 20 ऐसी संपत्तियों की जानकारी दी गई है, जिनके दस्तावेजों में व्हाइटनर से छेड़छाड़ और रिकॉर्ड में हेराफेरी के प्रमाण मिले हैं। इसमें अधिकारियों और कर्मचारियों की मिलीभगत भी सामने आई है।
इस पूरे मामले की शुरुआत हस्तीमल नामक एक व्यक्ति की शिकायत से हुई, जो मुंबई से आकर संपत्ति कर भरने आया था। उसे पता चला कि उसकी जमीन किसी अन्य व्यक्ति के नाम पर रजिस्टर्ड है। जांच आगे बढ़ने पर बाकी 19 संपत्तियों की भी फर्जी रजिस्ट्री का खुलासा हुआ, जिससे पूरे रैकेट का पर्दाफाश हुआ।
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