इंदौर-उज्जैन रोड को सिक्सलेन में अपग्रेड किया जा रहा है, जिसका काम मानसून के बाद तेज गति पकड़ेगा। फिलहाल वर्षाकाल के चलते काम धीमा है। 12 साल पहले इस 48 किलोमीटर लंबी सड़क को फोरलेन किया गया था और अब सिंहस्थ से पहले इसे छहलेन में तब्दील किया जा रहा है। सड़क के दोनों तरफ एक-एक अतिरिक्त लेन जोड़ी जाएगी। इंदौर-उज्जैन के बीच सड़क निर्माण की वजह से ट्रैफिक धीमी हो गई है, जिससे कई वाहन चालक उज्जैन से देवास होते हुए इंदौर आ रहे हैं।
इस प्रोजेक्ट के तहत पांच नए ब्रिज भी बनाए जा रहे हैं, जिन पर करीब 1500 करोड़ रुपये खर्च होंगे। निर्माण एजेंसी का ध्यान पहले ब्रिज बनाने पर है ताकि वे तय समयसीमा में पूरे हो सकें। इंदौर वाले हिस्से में बाधक निर्माण ज्यादा होने की वजह से अभी वहां काम शुरू नहीं हो पाया है, लेकिन जल्द ही काम शुरू होने की उम्मीद है। इस सड़क को इंदौर से जोड़ने के लिए एमआर-12 सड़क भी बनाई जा रही है, जो सीधे बायपास से उज्जैन रोड को जोड़ेगी। इसके अलावा, पितृ पवर्त से उज्जैन के चिंतामन गणेश मंदिर क्षेत्र तक भी 50 किलोमीटर लंबी सड़क को मंजूरी मिली है।
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