इंदौर – मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल रविवार, 14 दिसंबर 2025 को सुबह 10:30 बजे “क्वांटम ब्रेन परेड” का आयोजन कर रहा है। इस अनोखे कार्यक्रम में छात्र आंखों पर पट्टी बांधकर विभिन्न चुनौतीपूर्ण गतिविधियाँ प्रस्तुत करेंगे और विश्व रिकॉर्ड बनाने का प्रयास करेंगे। यह प्रदर्शन स्कूल के मिडब्रेन एक्टिवेशन प्रोग्राम की प्रभावशीलता को प्रदर्शित करेगा।
आज जब छात्र कृत्रिम बुद्धिमत्ता, तीव्र प्रतिस्पर्धा, माता-पिता की अपेक्षाओं और सोशल मीडिया के दबावों जैसे अनेक मानसिक तनावों से जूझ रहे हैं, मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल का मानना है कि सूचना की अधिकता से उत्पन्न “ब्रेन फॉग” युवाओं की अंतर्ज्ञान और रचनात्मकता को प्रभावित कर रहा है।
मॉडर्न ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स की वाइस चेयरपर्सन (एडमिन) शुभांगी खारिया ने बताया, “इस कार्यक्रम की विशेषता अवचेतन मन को सक्रिय करने की प्रक्रिया में निहित है, जो सामान्यतः सुप्त रहता है। इस एक्टिवेशन से छात्रों में ‘छठी इंद्रिय’ और अंतर्ज्ञान जैसी क्षमताएँ विकसित होती हैं, जिससे वे अपने परिवेश को नई संवेदनशीलता के साथ पहचान पाते हैं। परेड के दौरान प्रदर्शित पट्टी-बांध गतिविधियाँ इसी तीव्र संवेदनशीलता का परिणाम हैं, जो देखने में किसी चमत्कार से कम नहीं लगेंगी।”
प्रेसीडेंट अरुण खारिया और चेयरपर्सन डॉ. अनिल खारिया के मार्गदर्शन में संचालित मिडब्रेन एक्टिवेशन प्रोग्राम कक्षा 3 से 9 तक के सभी छात्रों के लिए अनिवार्य है और इसके लिए किसी प्रकार की अतिरिक्त फीस नहीं ली जाती।

मॉडर्न ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स के वाइस चेयरमैन डॉ. शांतनु खारिया ने कहा, “एआई और सोशल मीडिया के अत्यधिक प्रभाव से उत्पन्न मौन संकट ने हमें रणनीतिक हस्तक्षेप के लिए प्रेरित किया। हमें गर्व है कि इस वैज्ञानिक रूप से रूपांतरकारी पहल के माध्यम से हम ऐसे वैश्विक नागरिक तैयार कर रहे हैं जो ज्ञान के साथ बुद्धिमत्ता और सहानुभूति से संपन्न हैं।”
यह वैज्ञानिक रूप से विकसित प्रशिक्षण पद्धति एकाग्रता, स्मरण शक्ति, रचनात्मकता और संज्ञानात्मक प्रदर्शन को बढ़ाने पर केंद्रित है। विश्राम तकनीकों, संवेदी अभ्यासों और मस्तिष्क केंद्रित अभ्यासों के संयोजन से यह प्रोग्राम मस्तिष्क के दोनों गोलार्धों को सक्रिय करता है।
स्कूल की प्रिंसिपल जूली चाको ने कहा, “प्राथमिक से किशोरावस्था तक के छात्रों में भावनात्मक और मानसिक परिवर्तन तीव्र होते हैं। वे अक्सर दबाव के बीच मौन संघर्ष कर रहे होते हैं—करियर चुनने, उच्च अंक लाने और रिश्तों को निभाने के बीच। कभी-कभी उन्हें बस एक सहानुभूति भरा ‘मैं तुम्हें समझता हूँ’ सुनना होता है। शिक्षकों की जिम्मेदारी है कि हम छात्रों को लचीलापन, स्पष्टता और संतुलन सिखाएँ ताकि प्रतिस्पर्धी माहौल के बीच उनकी अंतर्ज्ञान और बुद्धिमत्ता पोषित हो सके।”
मॉडर्न इंटरनेशनल स्कूल समग्र शिक्षा के माध्यम से ऐसे छात्रों का निर्माण करने के लिए प्रतिबद्ध है जो सहानुभूति, कृतज्ञता और आध्यात्मिक बुद्धिमत्ता से प्रेरित होकर नवोन्मेषी समाधान प्रस्तुत करें। स्कूल का विश्वास है कि संवेदनशीलता और नवाचार का संगम दुनिया में सकारात्मक परिवर्तन लाने की असली कुंजी है।
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