आयकर अधिकारी श्री मीणा ने अपने संबोधन में कहा, “देश के विकास में करदाताओं का योगदान अत्यंत महत्वपूर्ण है। हमारे राजस्व का 50% करों से आता है, जो आप सभी का योगदान है।”
एसोसिएशन के अध्यक्ष श्री योगेश मेहता ने भी करदाताओं की भूमिका पर जोर देते हुए कहा, “कर चुकाना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है।”
TDS से संबंधित कुछ महत्वपूर्ण बिंदु जो उजागर किए गए:
1. पैन/टैन नंबर की सटीकता सुनिश्चित करें
2. समय पर TDS काटें और रिटर्न जमा करें
3. फर्जी नोटिस से सावधान रहें
4. व्यापार के साथ-साथ खातों पर भी ध्यान दें
आयकर अधिकारी श्री मधुसूदन नारायण ने एक विस्तृत प्रेजेंटेशन के माध्यम से TDS के विभिन्न पहलुओं को समझाया। उन्होंने TDS डिफॉल्टर्स की समस्या पर भी प्रकाश डाला।
मुख्य बिंदु:
1. एसोसिएशन ऑफ इंडस्ट्रीज मध्यप्रदेश और आयकर विभाग का संयुक्त प्रयास
2. TDS प्रावधानों पर विशेष ध्यान
3. करदाताओं को गलतियों से बचने के लिए प्रोत्साहित किया गया
4. देश के विकास में करदाताओं के योगदान पर जोर
5. पैन/टैन नंबर की सटीकता पर विशेष ज़ोर
6. फर्जी नोटिस से सावधान रहने की सलाह
7. छोटी गलतियों पर प्रॉसिक्यूशन से राहत की संभावना
8. TDS डिफॉल्टर्स की समस्या पर चर्चा
9. उद्योगपतियों की जिज्ञासाओं का समाधान
कार्यक्रम के दौरान, उद्योगपतियों ने अपनी विभिन्न जिज्ञासाओं का समाधान प्राप्त किया। विशेष रूप से, TCS और धारा 94Q से संबंधित प्रश्नों पर चर्चा हुई।
यह संगोष्ठी मध्य प्रदेश के उद्योग जगत और आयकर विभाग के बीच एक सकारात्मक संवाद का उदाहरण है। इस तरह के प्रयासों से करदाताओं को अपने दायित्वों को बेहतर ढंग से समझने और निभाने में मदद मिलेगी, जो अंततः देश के आर्थिक विकास में योगदान देगा।
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