उज्जैन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्वच्छता मित्रों का किया सम्मान
इंदौर/उज्जैन। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु मध्य प्रदेश में दो दिवसीय प्रवास पर रहीं, इस दौरान उन्होंने इंदौर के रेसीडेंसी कोठी में कई राजनेताओं से मुलाकात की, तो वहीं गुरुवार को 1692 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले उज्जैन-इन्दौर सिक्स-लेन मार्ग का भूमि-पूजन किया। उज्जैन में स्वच्छता मित्रों को सम्मानित किया। स्वच्छता के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव और उनकी पूरी टीम को बधाई और शुभकामनाएं दी।
स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत और विकसित भारत के निर्माण के लिए बढ़ें आगे
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने कहा स्वच्छ भारत, स्वस्थ भारत और विकसित भारत के निर्माण के लिये सभी आगे बढ़ें। स्वच्छता ही देश को स्वस्थ और विकसित बना सकती है। देश का प्रत्येक व्यक्ति इस कार्य में सहयोग करे और सब मिलकर देश को विकसित राष्ट्र बनायें। मध्यप्रदेश ने शहरी और ग्रामीण स्वच्छता के क्षेत्र में अग्रणी स्थान प्राप्त किया है। मध्य प्रदेश के कई शहरों को सफाई के लिये श्रेष्ठ शहर घोषित किया गया है। इंदौर लगातार 7वीं बार देश का स्वच्छतम शहर घोषित हुआ है। भोपाल स्वच्छतम राजधानी बनी है।
आज से 2000 वर्ष पूर्व उज्जैन परिवहन व्यवस्था का उत्कृष्ट केन्द्र था
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा अवन्तिका बाबा महाकाल की पवित्र, दिव्य व पावन नगरी है। गुप्त काल भारतीय इतिहास का स्वर्ण युग रहा है और उस समय उज्जैन भारत का महत्वपूर्ण नगर था। यहां संस्कृति और सभ्यता की प्राचीन परम्परा है। आज से 2000 वर्ष पूर्व उज्जैन परिवहन व्यवस्था का उत्कृष्ट केन्द्र था। यह अंतरराष्ट्रीय व्यापार का केन्द्र भी था। महाकवि कालिदास ने मेघदूत में उज्जयिनी की विशालता और भव्यता का अद्भुत चित्रण किया है। देवलोक में जो महत्व अल्कापुरी नगरी का है, वही महत्व पृथ्वी पर उज्जैन नगरी का बताया गया है। मैं बाबा महाकाल, अवन्तिका नगरी और पवित्र शिप्रा नदी को प्रणाम करती हूँ।
10 वर्षों में भारत में स्वच्छता देशव्यापी बना जन-अभियान
राष्ट्रपति ने कहा उज्जैन एवं प्रदेश में समग्र विकास के अनेक प्रयास किये जा रहे हैं। इसी क्रम में उज्जैन में उज्जैन-इंदौर सिक्स लेन मार्ग का भूमि-पूजन किया गया है। पिछले 10 वर्षों में भारत में स्वच्छता देशव्यापी जन-अभियान बन गया है। स्वच्छता अभियान के द्वितीय चरण में वर्ष 2025 तक हमें देश में सम्पूर्ण स्वच्छता के लक्ष्य को हासिल करना है। देश में खुले में शौच से पूर्णत: मुक्ति और सॉलिड व लिक्विड वेस्ट प्रबंधन में उत्कृष्ट किया जा रहा है।
देशवासियों में आज स्वच्छता के प्रति बढ़ी जागरूकता
राष्ट्रपति ने अपने कैरियर के बारे में बताते हुए कहा मैं अपने कैरियर की शुरूआत स्वच्छता के कार्यों से की। नगर परिषद में उपाध्यक्ष थी और वार्डों में जा-जाकर स्वच्छता के लिये कार्य करती और लोगों को जागरूक करती थी। देशवासियों में आज स्वच्छता के प्रति जागरूकता बढ़ी है। मध्यप्रदेश के कई शहर ‘वॉटर+’, ‘ओडीएफ++’ के रूप में पुरस्कृत हुए हैं। सफाईकर्मी अग्रिम पंक्ति के स्वच्छता योद्धा हैं। इन्हें आज सम्मानित कर गौरवान्वित महसूस कर रही हूं। हम सफाई कर्मियों की सुरक्षा, गरिमा और कल्याण को सुरक्षित करेंगे। देश में ‘मेन होल’ को समाप्त कर अब ‘मशीन होल’ बनाये जा रहे हैं।
देश में पवित्र सेवा का संदेश देगा, उज्जैन का सफाई मित्र सम्मेलन
राज्यपाल मंगू भाई पटेल ने मध्यप्रदेश की धार्मिक, सांस्कृतिक, ऐतिहासिक नगरी उज्जैन में राष्ट्रपति मुर्मु के आगमन पर प्रदेशवासियों की ओर से अभिनंदन किया। उन्होंने कहा मुझे विश्वास है आध्यात्मिक केन्द्र उज्जैन में आयोजित सफाई मित्र सम्मेलन देश में स्वच्छता केवल जिम्मेदारी ही नहीं, बल्कि पवित्र सेवा का संदेश प्रसारित करेगा। अपनी मेहनत और समर्पण से शहरों को साफ बनाकर हमारे जीवन को स्वच्छ और स्वस्थ बनाने वाले सफाई मित्रों को पहचानना, उनका समर्थन और सम्मान करना, समाज के हर व्यक्ति का परम कर्तव्य है। उज्जैन का यह सफाई मित्र सम्मेलन देश में पवित्र सेवा का संदेश देगा।
स्वच्छता में क्रांति का सूत्रपात हुआ है मध्य प्रदेश
राज्यपाल ने कहा मध्यप्रदेश में स्वच्छता क्रांति का सूत्रपात हुआ है, हमने सही अर्थों में स्वच्छता को जन-आंदोलन बनाया है। हमारे शहर और नागरिकों ने स्वच्छता को आत्मसात करते हुए पूर्णकालिक विषय के रूप में स्थापित किया है। स्वच्छता सुविधाओं जैसे व्यक्तिगत, सामुदायिक, सार्वजनिक शौचालय बनाने और कचरा प्र-संस्करण इकाइयों के निर्माण को प्रदेश में प्राथमिकता दी गई है। राष्ट्र एवं प्रदेश के विकास की दिशा में महत्त्वपूर्ण इंदौर-उज्जैन 6 लेन परियोजना उज्जैन आने वाले श्रद्धालुओं की यात्रा को और अधिक सुगम, आसान बनाकर पर्यटन, सामाजिक और आर्थिक विकास की गति देगी।
स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा आज का दिन
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा आज का दिन स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा। यह दिन ऐतिहासिक होकर नई सौगात लेकर आया है। हर युग में, हर काल में जिसका अस्तित्व रहा, ऐेसी महान एवं पवित्र नदी क्षिप्रा के किनारे स्थित अवंतिका, हर काल में अपने विकास के आयामों से सदैव लोगों के उत्कर्ष की परिचायक है। कहा जाता है कि क्षिप्रा तट पर जो भी व्यक्ति आते हैं और जैसा सोचते हैं, परमात्मा उसे जीवनकाल में उपलब्ध कराता है। विकास के सभी क्षेत्र में सफाई मित्रों के माध्यम से स्वच्छता का संदेश दिया है।
बीमारी और जिंदगी के बीच मजबूत दीवार की तरह खड़े रहते हैं स्वच्छताकर्मी
सीएम मोहन ने कहा प्रधानमंत्री के जन्म-दिवस 17 सितम्बर से 2 अक्टूबर तक स्वच्छता अभियान, पखवाड़े के रूप मं मनाया जा रहा है। यह पखवाड़ा प्रधानमंत्री की स्वच्छता के प्रति लगाव की भावना को दर्शाता है और सफाईकर्मियों की बड़ी भूमिका का भी अहसास भी कराता है। स्वच्छताकर्मी बीमारी और जिंदगी के बीच मजबूत दीवार की तरह खड़े रहते हैं। मध्यप्रदेश, देश के सभी राज्यों में स्वच्छता के लिए दूसरे नम्बर पर आया है, यह हम सबका सौभाग्य है। साथ ही देश की सबसे स्वच्छ राजधानी का दर्जां भी प्रदेश की राजधानी भोपाल को प्राप्त हुआ है। स्वच्छता का हमारा सबसे मजबूत रिश्ता है।
सीएम यादव की घोषणा, सरकार का निर्णय
. स्वच्छता अभियान को ऊंचाइयों तक पहुंचाने वाले स्वच्छता कर्मियों का होगा सम्केमान।
. प्रत्येक नगर की स्टार रैकिंग के हिसाब से स्वच्छता कर्मियों को प्रति स्टार रैंकिंग पर एक हजार रुपए का पुरस्कार।
. उज्जैन को तीन स्टार मिले हैं, इसलिए यहां के सभी स्वच्छता कर्मियों को तीन-तीन हजार रुपए का दिया जाएगा पुरस्कार दिया।
. पाषाण शिल्प को महत्व देने के लिये महाकाल लोक की सभी प्रतिमाएं पाषाण की बनवाएंगे।
. राजस्थान के साथ मध्यप्रदेश भी अब पत्थर शिल्प में स्थान हासिल करेगा।
इन सफाईकर्मियों का हुआ सम्मान
राष्ट्रपति ने उज्जैन में सफाई मित्र रश्मि टांकले, किरण खोड़े, शोभा घावरी, अनिता चावरे और गोपाल खरे का सम्मान किया। राष्ट्रपति मुर्मु का राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने महाकाल लोक की प्रतिकृति भेंट की। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा, प्रभारी मंत्री गौतम टेटवाल, नगरीय विकास एवं आवास मंत्री कैलाश विजयवर्गीय, लोक निर्माण मंत्री राकेश सिंह, जल संसाधन मंत्री तुलसीराम सिलावट और नगरीय विकास व आवास राज्य मंत्री प्रतिमा बागरी उपस्थित थीं।
राष्ट्रपति ने महाकाल परिसर में सफाई कर किया श्रमदान
राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने उज्जैन में बाबा महाकालेश्वर के दर्शन कर मंदिर परिसर में ‘स्वच्छता ही सेवा’ पखवाड़े के तहत सफाई कर श्रमदान किया। उन्होंने मंदिर परिसर में कोटितीर्थ के समीप झाड़ू भी लगाई। राज्यपाल मंगुभाई पटेल और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव भी स्वच्छता इस अभियान में शामिल हुए। राष्ट्रपति मुर्मु ने कोटितीर्थ से श्रीमहाकालेश्वर मंदिर के शिखर दर्शन भी किए। इसके बाद वे ई-कार्ट में बैठकर श्रीमहाकाल लोक का भ्रमण कर विभिन्न प्रतिमाओं को देखा और महाकाल लोक के निर्माण और वहां स्थापित शिल्प की प्रशंसा की।
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