इंदौर का स्वच्छता मॉडल सीखने के लिए लैटिन अमेरिका के चार देशों का एक प्रतिनिधिमंडल शहर के दौरे पर है। इस दल में ब्राजील, कोलंबिया, इक्वाडोर और ग्वाटेमाला के विशेषज्ञ और अधिकारी शामिल हैं। मंगलवार को प्रतिनिधिमंडल ने निगमायुक्त शिवम वर्मा से मुलाकात की और इंदौर की ठोस अपशिष्ट प्रबंधन व्यवस्था, डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, और री-सायकलिंग की प्रक्रिया को समझा।
प्रतिनिधिमंडल ने गोवर्धन बायो-सीएनजी प्लांट और ट्रेचिंग ग्राउंड का भी दौरा किया, जहाँ कचरे से मीथेन गैस बनाकर सीएनजी तैयार की जाती है। उन्होंने इंदौर द्वारा अपनाई गई तकनीकों और कचरे से ऊर्जा बनाने के प्रयासों की सराहना की। इस दल ने कहा कि इंदौर का यह मॉडल विकासशील देशों के लिए एक प्रेरणा है और वे इसे अपने देशों में भी लागू करने पर विचार करेंगे।
इस दौरान, प्रतिनिधिमंडल ने शहर के विभिन्न कचरा संग्रहण केंद्रों का भी निरीक्षण किया। उन्होंने देखा कि किस तरह कचरे को अलग-अलग श्रेणियों में बांटा जाता है और फिर उसे री-साइकिल किया जाता है। विदेशी मेहमानों ने इंदौर की आम जनता द्वारा स्वच्छता के प्रति दिखाई गई जागरूकता और भागीदारी की भी प्रशंसा की, जिसे वे इस मॉडल की सफलता का एक प्रमुख कारण मानते हैं।
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