इंडिगो के सीएसआर अभियान इंडिगोरीच ने एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया और एएएस फाउंडेशन, इंदौर के सहयोग से जीरो वेस्ट एयरपोर्ट प्रोजेक्ट की शुरुआत की। यह परियोजना 4आर (रिड्यूस, रियूज़, रिसाईकल, रिकवर) के सिद्धांतों पर आधारित है, जिसका उद्देश्य एयरपोर्ट संचालन से पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभाव को कम करना और एविएशन क्षेत्र में सस्टेनेबल वेस्ट मैनेजमेंट के लिए नए मानक स्थापित करना है। यह अभियान व्यवहार में बदलाव, प्रशिक्षण और स्टेकहोल्डर्स की सक्रिय भागीदारी पर केंद्रित है।
इस प्रोजेक्ट के तहत मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी (एमआरएफ) का उद्घाटन केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री श्री राममोहन नायडू, इंदौर के सांसद श्री शंकर ललवानी, मध्य प्रदेश शहरी विकास मंत्री श्री कैलाश विजयवर्गीय, आईएमसी इंदौर के मेयर श्री पुष्यमित्र भार्गव, और एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के चेयरमैन श्री विपिन कुमार की उपस्थिति में किया गया।
कार्यक्रम के दौरान आगंतुकों को एयरपोर्ट पर नवाचारी वेस्ट सेग्रीगेशन और रिसाइक्लिंग प्रक्रियाओं का गाइडेड टूर कराया गया। पहले इंदौर एयरपोर्ट पर कचरे का निपटान पारंपरिक विधियों से किया जाता था, लेकिन अब 4आर पद्धति अपनाकर जीरो वेस्ट का लक्ष्य हासिल किया जा रहा है। इस नई वेस्ट प्रोसेसिंग सुविधा से एयरपोर्ट के प्रतिदिन उत्पन्न 750 किलोग्राम कचरे को ऑन-साइट प्रोसेस किया जाएगा, जिससे लैंडफिल्स पर निर्भरता में कमी आएगी।
प्रोजेक्ट के तहत एक आधुनिक वेट वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट लगाई गई है, जो जैविक कचरे को पोषक तत्वों से भरपूर खाद में बदलती है, जिसका उपयोग एयरपोर्ट की लैंडस्केपिंग के लिए किया जाता है। इसके अलावा, ड्राई वेस्ट को रिसाइक्लिंग के लिए 10 श्रेणियों में अलग करने वाली मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी भी स्थापित की गई है।
सस्टेनेबिलिटी को बढ़ावा देने के लिए विस्तृत वेस्ट सेग्रीगेशन और जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, ताकि यात्री और कर्मचारी जिम्मेदारीपूर्वक कचरे का निपटान करें। यह प्रोजेक्ट एक सेल्फ-सस्टेनेबल मॉडल के रूप में डिजाइन किया गया है। तीसरे साल से कंपोस्ट और रिसाइक्लिंग से होने वाली आय का उपयोग ग्रीन वर्कर्स के वेतन के लिए किया जाएगा, जिससे इस परियोजना को दीर्घकालिक रूप से व्यवहारिक बनाया जा सके।
इंटरग्लोब एविएशन लिमिटेड (इंडिगो) और एयरपोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया का यह प्रयास एविएशन उद्योग में पर्यावरण संरक्षण के लिए एक मिसाल पेश करता है।
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