शहर की प्रसिद्ध सराफा चौपाटी को लेकर चल रहे विवाद को सुलझाने के लिए महापौर पुष्पमित्र भार्गव ने आज इंदौर चांदी-सोना-जवाहरात व्यापारी एसोसिएशन के साथ बैठक की। इस बैठक में एक 9 सदस्यीय समिति का गठन किया गया है, जिसमें खुद महापौर भी शामिल हैं। यह समिति अगले 5 से 7 दिनों में चौपाटी से संबंधित सभी मुद्दों पर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि श्राद्ध पक्ष के बाद सराफा चौपाटी पर पारंपरिक दुकानें दोबारा लगेंगी, जिससे चौपाटी अपने नए स्वरूप में नजर आएगी। व्यापारियों ने चौपाटी को उसके मूल स्वरूप और धरोहर के साथ संरक्षित करने की मांग की, जिस पर निगम प्रशासन ने सहमति जताई।
एसोसिएशन के अध्यक्ष हुकुम सोनी ने बताया कि बैठक में कई महत्वपूर्ण सुझावों पर सहमति बनी है। इनमें मुख्य रूप से चौपाटी को रात 10 बजे के बाद ही लगाने, फायर सेफ्टी की व्यवस्था करने और गैस सिलेंडर का उपयोग न करने की बात शामिल है। इसके अलावा, चौपाटी से चाइनीज फूड की दुकानों को हटाने पर भी सहमति बनी है।
हुकुम सोनी ने यह भी स्पष्ट किया कि बाजार रात 10 बजे तक खुला रहेगा, ताकि ग्राहकों को भी सुविधा हो। उन्होंने कहा कि समिति द्वारा तय किए गए नियमों का पालन सभी को करना होगा और चौपाटी के व्यापारियों को रात 10 बजे से पहले प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
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