भारत के सबसे बड़े और प्रतिष्ठित प्लास्टिक उद्योग सम्मेलन, ‘प्लास्टपैक 2025’, का आयोजन इंदौर के लाभ गंगा एग्जीबिशन सेंटर में 9 से 12 जनवरी, 2025 तक किया जाएगा। इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य प्लास्टिक उद्योग को भविष्य की चुनौतियों और अवसरों के लिए तैयार करना है। इस वर्ष की थीम “प्लास्टिक इंडस्ट्रीज रेडी फॉर फ्यूचर: आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, पाइप, एग्रीकल्चर और फार्मा इनोवेशन एंड टेक्नोलॉजी” पर आधारित है।
सम्मेलन की विशेषताएं और उद्देश्य
प्लास्टपैक 2025 का आयोजन इंडियन प्लास्टपैक फोरम के प्रेसिडेंट श्री सचिन बंसल और चेयरमैन श्री हितेश मेहता के नेतृत्व में किया जा रहा है। यह आयोजन उद्योग में नवीनतम प्रौद्योगिकियों और इनोवेशन को प्रदर्शित करने के साथ-साथ स्थिरता और पुनर्चक्रण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा करेगा।
श्री सचिन बंसल ने कहा, “प्लास्टपैक 2025 केवल एक एग्जीबिशन नहीं है; यह उद्योग के सभी स्टेकहोल्डर्स—उद्योगपति, वैज्ञानिक, और नीति निर्माताओं—को एक मंच पर लाकर भविष्य के समाधान खोजने और प्लास्टिक उद्योग की ताकत, इनोवेशन, और स्थिरता को प्रदर्शित करने का अवसर है।”
इंदौर का महत्व और आयोजन का उद्देश्य
श्री अंकित भारुका, सेक्रेटरी, इंडियन प्लास्टपैक फोरम ने बताया, “मध्यप्रदेश एक लैंडलॉक्ड राज्य है, लेकिन इसकी भौगोलिक स्थिति इसे व्यापार का प्रमुख केंद्र बनाती है। इंदौर से किसी भी राज्य में आसानी से उत्पाद पहुंचाया जा सकता है। हमारा उद्देश्य मध्यप्रदेश को मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करना है, और प्लास्टपैक 2025 इस दिशा में एक बड़ा कदम है।”
प्लास्टिक उद्योग से जुड़े भ्रांतियों का समाधान
श्री जाहिद शाह, वाइस प्रेसिडेंट, ने बताया, “प्लास्टिक को पर्यावरण के लिए हानिकारक मानने की भ्रांति है। असल में, प्लास्टिक के सही उपयोग और पुनर्चक्रण से यह उद्योग और पर्यावरण दोनों के लिए फायदेमंद हो सकता है। केवल 1-2% प्लास्टिक ही पर्यावरण को नुकसान पहुंचाता है, जबकि बाकी रिसायकल हो सकता है।”
प्लास्टपैक 2025 के प्रमुख आकर्षण
1. 400+ कंपनियां और 2000+ एग्जीबिटर्स:
400 से अधिक कंपनियां और 2000 से अधिक एग्जीबिटर्स लाइव मशीनों, उत्पादों, और नई तकनीकों का प्रदर्शन करेंगे।
2. भव्य एग्जीबिशन हॉल और सुविधाएं:
पूरे लाभ गंगा एग्जीबिशन सेंटर को 6 अलग-अलग हिस्सों में बांटा गया है, जहां—
- प्लास्टिक रॉ मटेरियल और एप्लिकेशन।
- प्लास्टिक उत्पाद निर्माण और रिसायकल प्लास्टिक तकनीक।
- इनोवेटिव उत्पादों का लाइव प्रदर्शन।
साथ ही, विशाल पार्किंग एरिया, फूड कोर्ट, मेडिकल सेंटर और इलेक्ट्रॉनिक सिक्योरिटी कमांड सेंटर जैसी आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होंगी।
3. इनोवेशन और सस्टेनेबिलिटी पर विशेष ध्यान:
- सस्टेनेबल प्लास्टिक उत्पाद और प्रक्रियाएं।
- रिसायकल प्लास्टिक से बने उत्पादों का प्रदर्शन।
- कृत्रिम तालाबों के लिए पॉन्ड लाइनर और पर्यावरण-अनुकूल मटेरियल।
4. सेमिनार और वर्कशॉप:
केंद्र और राज्य शासन के सहयोग से कई तकनीकी सत्र और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाएगा, जैसे—
- सिपेट (CIPET) द्वारा प्लास्टिक और पर्यावरण पर विशेष परिचर्चा।
- बीआईएस (BIS) और मध्यप्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा वर्कशॉप।
- एमएसएमई मंत्रालय, उद्योग विभाग, और नगर निगम के सत्र।
5. रोजगार मेला:
इंजीनियरिंग और मैनेजमेंट कॉलेजों के छात्रों के लिए रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।
6. 2 लाख से अधिक प्रतिभागियों की उम्मीद:
मध्यप्रदेश के साथ-साथ महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, राजस्थान, गुजरात और उत्तरप्रदेश से 2 लाख से अधिक उद्योगपति, प्रोफेशनल्स और छात्र इस आयोजन में भाग लेंगे।
निःशुल्क प्रवेश और भागीदारी का निमंत्रण
इस आयोजन में प्लास्टिक, पैकेजिंग, फार्मा, मेडिकल, फर्नीचर, और फूड इंडस्ट्रीज से जुड़े सभी प्रोफेशनल्स, उद्योगपति और छात्रों को निःशुल्क प्रवेश दिया जाएगा।
निष्कर्ष
प्लास्टपैक 2025 एक ऐसा मंच है, जो प्लास्टिक उद्योग की ताकत, इनोवेशन, और पर्यावरण-अनुकूल प्रक्रियाओं को प्रदर्शित करने के साथ-साथ उद्योग के उज्जवल भविष्य की राह तैयार करेगा।
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