इंदौर: मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में एक बार फिर पुलिसकर्मी ने अपनी मानवता और कर्तव्यनिष्ठा का परिचय देते हुए एक व्यक्ति की जान बचाई है। महू तहसील के किशनगंज इलाके में, पीथमपुर निवासी जगदीश अपनी बेटी के साथ एक्टिवा से जा रहे थे, तभी अचानक उन्हें हार्ट अटैक आ गया।
जगदीश की हालत बिगड़ती देख उनकी बेटी घबरा गई और आसपास के लोगों से मदद मांगने लगी। तभी मौके पर पहुंचे हेड कॉन्स्टेबल राघवेन्द्र रघुवंशी ने बिना किसी देरी के अपनी प्रशिक्षित नजरों से स्थिति का आकलन किया और तुरंत कार्रवाई करते हुए जगदीश को सीपीआर देना शुरू कर दिया। राघवेन्द्र की तत्परता और शीघ्र निर्णय ने जगदीश की जान बचाई।
हेड कॉन्स्टेबल राघवेन्द्र रघुवंशी की इस बहादुरी ने पूरे शहर को गौरवान्वित किया है। उन्होंने न केवल एक व्यक्ति का जीवन बचाया बल्कि यह भी दिखाया कि पुलिसकर्मी सिर्फ कानून व्यवस्था बनाए रखने वाले ही नहीं होते, बल्कि वे मानवता के लिए भी हमेशा तत्पर रहते हैं।
सीपीआर (कार्डियोपल्मोनरी रिससिटेशन) एक ऐसी चिकित्सा प्रक्रिया है जो हृदय गति और श्वसन को बहाल करने के लिए की जाती है। राघवेन्द्र ने अपनी प्रशिक्षित कुशलता से जगदीश को सीपीआर देकर उनके हृदय को पुनः धड़कना शुरू कर दिया। कुछ ही मिनटों में जगदीश की सांसें लौट आईं और उनकी हालत स्थिर हुई।
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