वी वन हॉस्पिटल के जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन, डॉ. दीपक मंत्री ने कहा-
“हमारे मरीजों को विश्वस्तरीय इलाज प्रदान करने की प्रतिबद्धता के तहत, हमने मिसो रोबोटिक प्रणाली को अपनाया है। यह नई तकनीक हमें जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी में उच्च मानकों को स्थापित करने में मदद करती है। मरीज अब कम इनवेसिव सर्जरी के साथ कम दर्द और अस्पताल में कम समय बिताते हुए जल्दी ही अपनी सामान्य गतिविधियों में लौट सकते हैं।”डॉ. मंत्री ने आगे बताया, “मिसो रोबोटिक प्रणाली के माध्यम से, हम थ्रीडी सीटी स्कैन के आधार पर मरीज के जोड़ का सटीक 3D मॉडल बनाते हैं। यह सर्जन को ऑपरेशन से पहले सटीक योजना बनाने में मदद करता है। ऑपरेशन के दौरान, रोबोट सर्जन को वास्तविक समय में मार्गदर्शन करता है, जिससे इम्प्लांट्स को बेहद सटीकता से लगाया जा सकता है।”
वी वन हॉस्पिटल के ऑर्थोपेडिक एवं जॉइन्ट रिप्लेसमेंट सर्जन, डॉ. प्रितेश व्यास ने कहा-
“इस तकनीक से हड्डियों में कम कटिंग होती है, जिससे रक्तस्राव कम होता है और संक्रमण का खतरा भी घटता है। इसके अलावा, मरीजों को सर्जरी के बाद जल्दी चलना शुरू करने में मदद मिलती है, जिससे उनकी रिकवरी प्रक्रिया तेज होती है।”
मिसो रोबोट का उपयोग मुख्य रूप से घुटने और कूल्हे की जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी में किया जाता है। यह उन मरीजों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है, जिनके जोड़ों में गंभीर दर्द और सूजन होती है। मिसो रोबोट जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी में एक क्रांतिकारी बदलाव ला रहा है, जो मरीजों को बेहतर परिणाम और कम दर्द का अनुभव करा रहा है।
वी वन हॉस्पिटल का यह कदम सर्जरी के क्षेत्र में नई तकनीकों के उपयोग को दर्शाता है, जो मरीजों के स्वास्थ्य और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाने का प्रयास करता है।